बाबुभाई भवानजी
हिंदी विश्व भाषा बनकर उभरे - अजय अवस्थी
(( हर अच्छी साहित्यिक पुस्तको का हिंदी में अनुवाद होना चाहिए)
चेनई: शसुन जैन महिला महाविद्यालय चेनई में हिंदी साहित्य सम्मेलन में पहुंचे देश भरके लेखक ओथर्ष गिल्ड ऑफ इंडिया ,(A,G,I,) के 47 वे अधिवेशन का उदघाटन सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ क्लासिकल तमिल के डायरेक्टर प्रोफेसर आर चंद्रशेखर ने श्री शंकरलाल सुंदरबाई शसुन महिला महाविद्यालय चेनई में किया दो दिवसीय सम्मेलन का विषय था लेखको का अधिकार एवम बहुभाषी भारत एवं भारतीय भाषाये और अनुवाद, A.G.I. के अध्यक्ष पद्मश्री डॉ श्याम सिंह A.G. I. के महासचिव एस एस अवस्थी ,चेनई एवम पांडिचेरी के संयोजक अशोक कुमार जैन,A.G.I. के राष्ट्रीय संयोजक अजय अवस्थी, स्तर को संबोधित किया, श्री अजय अवस्थी ने बताया कि A.g.i. कोराष्ट्रीय एकता में बड़ा योगदान है, भारत भरके तमाम लेखक एक दूजे के लेख का आदान /प्रदान करते हैं, जिससे सभी साहित्यकार भा भावनात्वकरूप से जुड़ते हैं,जिस कारण देश का साहित्यिक संसार में समृद्ध बनता है, उन्होनें लेखकोसे आहवान किया कि अच्छे शब्दो को हमेशा गढ़ते रहना चाहिए, उन्होनें लेखकोसे यह भी कहा की हमारी राष्टभाषा और राज्य भाषा का समन्वय को अधिक प्रभावित और मजबूत करने कि और इस तरह का आयोजन सभी राज्यों में हो, जिस से हमारी राष्टभाषा हिंदी विश्वभाषा बने, उसके साथ साथ सभी भाषा कि जननी संस्कृत भाषा को भी सीखेने का प्रयास करें, और साहित्य जगत देश कि आत्मा का केंद्र बिंदु है, उसे हमेशा बढ़ाते रहना होगा, संस्था कि ओर से सभी गणमान्य साहित्यकार सर्वश्री नरेंद्र परियार,डॉ अहिल्यार, डॉ सरोज सिंह,B. L. अच्छा, भी मौजूद थे और सभी ने इस मौके पर अपनी अपनी बात रखी जैसा कि साहित्यकारो को टिकाने के लिए सरकार से सब्सिडी की मांग , ओर नई पेढ़ी को जुड़ने का आहवान, इस छत्र में देश की तमाम भाषाओके लेखको ने अपनी अपनी राज्य भाषाओसे परिचित करवाया ,और छत्र के अंतमे हमारी राष्टभाषा हिन्दी को विश्वभाषा बनाने का संकल्प लिया गया,
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